प्राकृतिक धरोहरों की गोद में जनभागीदारी और संवाद का अद्भूत संगम-अर्चना चिटनिस

बुरहानपुर। विधायक एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस (दीदी) के नेतृत्व में ‘‘एक पेड़ मां के नाम‘‘ अभियान के अंतर्गत रविवार को कुंडी भंडारा की पहाड़ी पर विशाल पौधारोपण एवं बीजारोपण कार्यक्रम संपन्न हुआ। रविवार सुबह से ही पहाड़ी पर उत्सवमय वातावरण दिखाई पड़ रहा था। 

प्रकृति प्रेमी, स्कूली छात्र-छात्राओं के साथ जनप्रतिनिधियों, गणमान्य नागरिकों और अधिकारियों-कर्मचारी तो गेंती-फावड़ा, पौधे और बीज लेकर पहाड़ी पर चले आ रहे थे। साथ ही पौधों को सुरक्षित रखने का संकल्प भी लिया गया। प्रकृति और माँ का करें सम्मान, आओ लगायें एक पेड़ माँ के नाम।
श्रीमती अर्चना चिटनिस ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के ‘‘मन की बात‘‘ कार्यक्रम के 124वें एपिसोड सुनने के बाद पर्यावरण संरक्षण की दिशा एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए कुंडी भंडारा क्षेत्र की पहाडि़यों पर पौधारोपण एवं बीजारोपण किया गया। स्थानीय प्रजातियों के पौधों और बीजों के माध्यम से सतत जल स्त्रोत और हरित आवरण को सुरक्षित करने का यह संकल्प भविष्य की पीढि़यों को समर्पित है। इस दौरान पलाश, चिरोल, करंज, अमलतास, सीताफल एवं टेमरू आदि प्रजातियों के बीजों का रोपण किया गया।
श्रीमती चिटनिस ने कहा कि बुरहानपुर की ऐतिहासिक धरोहर कुंडी भंडारा, जो अपनी प्राचीन जल प्रबंधन प्रणाली के लिए विख्यात है, के जलग्रहण क्षेत्र (कैचमेंट एरिया) सतपुड़ा पहाडि़यों में एक महत्वपूर्ण पहल की गई है। माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के ‘‘एक पेड़ मां के नाम‘‘ अभियान के तहत इस क्षेत्र में बड़े पैमाने पर सहयोगियों के साथ वृक्षारोपण किया गया है, जिसका प्राथमिक उद्देश्य जल की उपलब्धता सुनिश्चित करना है। यह वृक्षारोपण अभियान सिर्फ पेड़ लगाने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह जल संरक्षण और पर्यावरण संतुलन की दिशा में एक बड़ा कदम है। सतपुड़ा की पहाडि़याँ कुंडी भंडारा के लिए पानी का मुख्य स्त्रोत हैं। इन पहाडि़यों पर सघन वृक्षारोपण से कई लाभ होंगे। क्योंकि जब तक पेड़ नहीं होंगे, तब तक जमीन में पानी नहीं होगा और जब तक जमीन में पानी नहीं होगा तब तक कुंडी भंडारा भी सूखा ही रहेगा।
*प्रधानमंत्री जी ने आज की ‘मन की बात‘ में मराठा किलों के महत्व और उनके संरक्षण पर विशेष जोर दिया*
श्रीमती अर्चना चिटनिस ने कहा कि बुरहानपुर, जो अपनी गौरवशाली मराठा और मुगलकालीन विरासत के लिए जाना जाता है, के लिए यह बात अत्यंत प्रासंगिक है। यहाँ के ऐतिहासिक किले और स्मारक हमारी पहचान का अभिन्न अंग हैं और उनके संरक्षण के लिए निरंतर प्रयास आवश्यक हैं। इसके साथ ही उन्होंने पर्यावरण संरक्षण के विषय पर भी गहन चर्चा की। कुंडी भंडारा जिसके समीप हम सब एकत्रित थे, स्वयं एक उत्कृष्ट प्राचीन जल प्रबंधन प्रणाली का उदाहरण है। यह हमें याद दिलाता है कि जल और पर्यावरण का संरक्षण हमारे अस्तित्व के लिए कितना महत्वपूर्ण है। प्रधानमंत्री जी के विचार हमें अपने आसपास के प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा करने और उन्हें अगली पीढ़ी के लिए सहेजने के लिए प्रेरित करते हैं।
*बुरहानपुर के पावरलूम उद्योग का पुनरुद्धार, रोजगार और विकास की नई राह*
श्रीमती अर्चना चिटनिस ने कहा कि ‘‘मन की बात‘‘ में प्रधानमंत्री जी ने टेक्सटाइल उद्योग का भी उल्लेख किया और यह बात सीधे तौर पर बुरहानपुर के विकास से जुड़ी हुई है। हमारे बुरहानपुर के इतिहास और वर्तमान में पावरलूम उद्योग का अत्यंत महत्वपूर्ण योगदान रहा है। यह सिर्फ एक उद्योग नहीं बल्कि हजारों परिवारों की आजीविका का साधन है। यह उद्योग कई चुनौतियों का सामना कर रहा है। हम सब मिलकर इसके पुनरुद्धार (रिवाइवल) और इस क्षेत्र में अधिक रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए लगातार प्रयासरत हैं। इसके लिए हमें आधुनिक तकनीक अपनाने, कुशल श्रमिकों को प्रशिक्षण देने और नए बाजारों तक पहुँचने पर ध्यान देना होगा। प्रधानमंत्री जी के टेक्सटाइल उद्योग पर दिए गए वक्तव्य से हमें प्रेरणा मिली है कि हम अपने पावरलूम उद्योग को फिर से नई ऊंचाइयों पर ले जाएं, ताकि बुरहानपुर के विकास में इसका योगदान और भी बढ़ सके और हमारे युवाओं को यहीं पर रोजगार के बेहतर अवसर मिल सकें।
*‘‘मन की बात‘‘ कार्यक्रम के 124वें एपिसोड का हुआ प्रसारण*
इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के ‘‘मन की बात‘‘ कार्यक्रम के 124वें एपिसोड का प्रसारण देखा। श्रीमती चिटनिस ने कहा कि यह कार्यक्रम न केवल देशवासियों को जोड़ता है, बल्कि हमें नई उर्जा और दिशा भी प्रदान करता है। प्रधानमंत्री जी द्वारा साझा किए गए विचार, समाज सेवा, नवाचार, स्वच्छता, आत्मनिर्भरता और राष्ट्र के विकास से जुड़े हर व्यक्ति को प्रेरित करते हैं। आज बुरहानपुर के ऐतिहासिक कुंडी भंडारा में ‘मन की बात‘ कार्यक्रम को सुना गया और ‘‘एक पेड़ मां के नाम‘‘ अभियान के तहत वृहद स्तर पर पौधारोपण और बीजारोपण किया गया। यह प्राकृतिक धरोहरों की गोद में जनभागीदारी और संवाद का अद्भूत संगम है।
इस अवसर पर कलेक्टर हर्षसिंह, पूर्व महापौर अतुल पटेल, भाजपा जिलाध्यक्ष डॉ.मनोज माने, नगर निगमाध्यक्ष श्रीमती अनिता अमर यादव, अपर कलेक्टर वीरसिंह चौहान, एसडीएम अजमेरसिंह गौड़, चिंतामन महाजन, विजय शेवाड़े, विजय कार्ले, दिलीप दिवेकर, वामन मोटे, बलराज नावानी, संभाजीराव सगरे, धनराज महाजन, जफर फु्रटवाला, मनोज फुलवाणी, रूद्रेश्वर एंडोले, सुमित बोरले, रविन्द्र काकड़े, दीपक महाजन, चिंटू राठौर, अक्षय मोरे, ईश्वर चौहान, डॉ.मनोज अग्रवाल, महेशसिंह चौहान, गौरव शिवहरे, प्रसाद उमाले, सावित्री बत्रा, सुधा चौकसे, रूपेश लिहनकर, योगेश महाजन, कैलाश हरणे, रीना महाजन, प्रविण घेटे एवं उमेश देवस्कर सहित अन्य जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक, पर्यावरण प्रेमी उपस्थित रहे।