फैटी लिवर एक आम लेकिन गंभीर समस्या है, जिसमें लिवर में अतिरिक्त वसा जमा हो जाती है। शुरुआत में इसके लक्षण हल्के होते हैं, लेकिन अगर समय पर ध्यान न दिया जाए, तो यह लिवर डैमेज, सिरोसिस या यहां तक कि लिवर कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है।
अगर आप लंबे समय से थकान, भूख न लगना या पेट में भारीपन जैसी समस्याओं का सामना कर रहे हैं, तो हो सकता है कि यह फैटी लिवर का संकेत हो। आइए, जानते हैं इसके 8 प्रमुख लक्षण और इनसे बचने के उपाय।
1. हर समय थकान और कमजोरी महसूस होना
अगर आपको बिना किसी भारी काम के भी दिनभर थकान और सुस्ती महसूस होती है, तो यह फैटी लिवर का संकेत हो सकता है।
जब लिवर में अधिक वसा जमा हो जाती है, तो यह शरीर के टॉक्सिन्स को ठीक से बाहर नहीं निकाल पाता, जिससे शरीर में कमजोरी महसूस होती है।
✅ क्या करें?
संतुलित आहार लें और जंक फूड से बचें।
रोजाना हल्की एक्सरसाइज करें ताकि शरीर सक्रिय बना रहे।
2. पेट में दर्द या सूजन
लिवर में अधिक वसा जमा होने से यह सूज सकता है, जिससे पेट में दर्द या भारीपन महसूस हो सकता है। यह दर्द आमतौर पर पेट के ऊपरी दाईं ओर महसूस होता है, जहां लिवर स्थित होता है।
✅ क्या करें?
अल्कोहल और तले-भुने भोजन से परहेज करें।
अधिक से अधिक फाइबर युक्त आहार लें, जिससे लिवर पर कम दबाव पड़े।
3. जी मिचलाना और उल्टी आना
लिवर के सही से काम न करने पर शरीर में टॉक्सिन्स जमा होने लगते हैं, जिससे जी मिचलाने या उल्टी की समस्या हो सकती है।
✅ क्या करें?
भारी और तैलीय भोजन से बचें।
दिनभर में पर्याप्त पानी पिएं ताकि टॉक्सिन्स बाहर निकल सकें।
4. भूख में कमी आना
फैटी लिवर से पाचन तंत्र प्रभावित होता है, जिससे भूख कम लगने लगती है। अगर आपकी खाने की इच्छा पहले की तुलना में कम हो गई है, तो इसे हल्के में न लें।
✅ क्या करें?
छोटे-छोटे अंतराल में हेल्दी स्नैक्स खाएं।
हरी सब्जियां और प्रोटीन युक्त आहार को अपनी डाइट में शामिल करें।
5. त्वचा और आंखों का पीला पड़ना (Jaundice के संकेत)
अगर लिवर बिलीरुबिन नामक पदार्थ को ठीक से बाहर नहीं निकाल पाता, तो त्वचा और आंखों का रंग पीला पड़ने लगता है।
✅ क्या करें?
अगर त्वचा या आंखों में पीलापन नजर आए, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
खट्टी चीजें (जैसे नींबू) और हरी पत्तेदार सब्जियां खाएं, जो लिवर को डिटॉक्स करने में मदद करें।
6. तेजी से वजन बढ़ना
फैटी लिवर के कारण शरीर में अनावश्यक वसा जमा होने लगती है, खासकर पेट और कमर के आसपास। अगर बिना किसी खास कारण के वजन बढ़ रहा है, तो यह फैटी लिवर की ओर इशारा कर सकता है।
✅ क्या करें?
रोजाना कम से कम 30 मिनट एक्सरसाइज करें।
मीठे और प्रोसेस्ड फूड से बचें, जो लिवर पर दबाव डालते हैं।
7. सांस लेने में दिक्कत महसूस होना
फैटी लिवर के कारण शरीर में पानी जमा हो सकता है, जिससे सांस लेने में कठिनाई हो सकती है। अगर बिना किसी मेहनत के भी आपको सांस फूलने की समस्या हो रही है, तो यह लिवर के खराब होने का संकेत हो सकता है।
✅ क्या करें?
योग और गहरी सांस लेने की एक्सरसाइज करें।
नमक का सेवन कम करें, ताकि शरीर में पानी का संतुलन बना रहे।
8. मानसिक तनाव और मूड स्विंग्स
फैटी लिवर का असर सिर्फ शरीर पर ही नहीं, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य पर भी पड़ता है।
लिवर की गड़बड़ी से शरीर में हार्मोनल असंतुलन हो सकता है, जिससे चिड़चिड़ापन, तनाव और डिप्रेशन जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
✅ क्या करें?
रोजाना कम से कम 7-8 घंटे की नींद लें।
तनाव कम करने के लिए ध्यान (मेडिटेशन) और योग का अभ्यास करें।
कैसे बचें फैटी लिवर से?
✔️ संतुलित आहार लें – ज्यादा तैलीय और प्रोसेस्ड फूड से बचें।
✔️ नियमित व्यायाम करें – लिवर को हेल्दी रखने के लिए एक्टिव रहना जरूरी है।
✔️ पर्याप्त पानी पिएं – डिटॉक्स के लिए दिनभर में 8-10 गिलास पानी पिएं।
✔️ शराब और सिगरेट से दूर रहें – ये लिवर को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाते हैं।
✔️ वजन कंट्रोल में रखें – अनहेल्दी फैट को जमा होने से रोकें।
निष्कर्ष
फैटी लिवर को शुरुआत में बिना दवा के भी ठीक किया जा सकता है, बस आहार और लाइफस्टाइल में सुधार करने की जरूरत होती है।
अगर आपको इनमें से कोई भी लक्षण नजर आए, तो इसे नजरअंदाज न करें और तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें।
Disclaimer : चिकित्सा, स्वास्थ्य संबंधी नुस्खे व सलाह सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं। इससे संबंधित किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।