* विश्वभर में प्रत्येक साल 12 मई को अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस मनाया जाता है.
* नर्स दिवस विश्वभर में नर्सों के योगदान के सम्मान एवं जश्न मनाने के लिए एक खास दिन है.
* यह दिवस नर्सेस के योगदान को याद करने एवं उनके प्रति सम्मान प्रकट करने हेतु मनाया जाता है.
* बीमारों के इलाज में डॉक्टरों के साथ पूरा सहायता करने वाली नर्सों की कोविड-19 से पीड़ित लोगों के इलाज में भी महत्वपूर्ण भूमिका है.
* नर्सों के साहस एवं उनके सराहनीय योगदान, कार्यों के लिए सम्मान जताने हेतु ये दिवस मनाया जाता है.
* इस बार अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस 2022 की थीम ‘नर्सेस : ए वॉयस टू लीड- इन्वेस्ट इन नर्सिंग एंड रिस्पेक्ट राइट्स टू सिक्योर ग्लोबल हेल्थ’ है. इसका मतलब ‘नर्सेस: नेतृत्व हेतु एक आवाज– नर्सिंग में निवेश करें एवं ग्लोबल स्वास्थ्य को सुरक्षित रखने के अधिकारों का सम्मान करें.’
* यह दिवस मरीजों के प्रति उनकी सेवा, साहस एवं उनके सराहनीय कार्यों हेतु हर साल मनाया जाता है.
* डॉक्टर का काम किसी सेहत संबंधी समस्या को सही करने में महत्वपूर्ण होता ही है लेकिन उससे ज्यादा नर्स की भूमिका होती है.
* बता दें नर्स ही होती है जिसके ऊपर मरीज के देखरेख की पूरी जिम्मेदार होती है. यह दिन इस वजह से भी बहुत महत्व रखता है.
* प्रत्येक साल अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस मनाने का कारण यही है कि 12 मई को फेलोरिंस नाइटिंगेल का जन्म हुआ था.
* वे आधुनिक नर्सिंग की संस्थापक मानी जाती हैं. इनके जन्म दिवस के अवसर पर इस दिवस को मनाने का फैसला लिया गया था.
* वहीं साल 1974 में अंतरराष्ट्रीय नर्स परिषद द्वारा अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस मनाने की घोषणा की गई.
* इस दौरान अंतरराष्ट्रीय नर्स परिषद द्वारा नर्सों को किट भी बांटी जाती है इसमें उनके काम आने वाली सामग्री होती है.
● जानें कौन हैं फ्लोरेंस नाइटिंगेल?
* 12 मई 1820 को फ्लोरेंस नाइटिंगेल का जन्म हुआ था. उन्होंने जिंदगी भर बीमार एवं रोगियों की सेवा की.
* उनका स्वयं का बचपन बीमारी एवं शारीरिक कमजोरी में बीता था.
* बता दें उन दिनों हाथों में लालटेन लेकर अस्पताल में स्वास्थ्य गतिविधियां की जाती थीं. उनको अपने मरीजों की हमेशा फिक्र रहती थी.
* फ्लोरेंस उनकी देखभाल के लिए रात में भी अस्पताल में घूम कर चेक करती कि किसी मरीज को कोई जरूरत तो नहीं है.
* वे गरीब, बीमार और दुखियों के लिए काम करती थीं.