बुरहानपुर -.प्रकृति से हमने सदैव बस लिया ही लिया है परन्तु अब वक्त आ गया है प्रकृति का संरक्षण और संवर्धन कर लौटाने का. अन्यथा जो समय विगत २ वर्षो में हमने देखा है, उससे भी कठिन और खराब समय आगे और देखना पड़ेगा. इसलिए अब समय आ गया है, मनुष्य को प्रकृति से प्रेम के मार्ग पर ले जाने का.
उक्त विचार शिवधाम के पंडित योगेश चतुर्वेदी 'गुरूजी' ने २७ जुलाई को अपने एवं ज्येष्ठ भ्राता पंडित राकेश चतुर्वेदी के जन्मदिवस के अवसर पर दर्शन हेतु पधारे गुरुभक्तो के बीच व्यक्त किये.
उन्होंने कहा कि कलयुग में गुरु और संत ही है, जो मनुष्य को कुमार्गो से बचाने हेतु ईश्वर से प्रेम का पाठ पढाता है और मनुष्य के जीवन को धन्य करता है. ठीक उसी प्रकार आज प्रकृति के संरक्षण के लिए प्रकृति से प्रेम का पाठ पढ़ाने की आवश्यकता है. यदि मनुष्य अब भी विनाशकारी रूप लेकर प्रकृति को नष्ट करता गया तो निश्चित ही प्रकृति मनुष्य जाति का विनाश कर देगी.
गुरूजी ने 5 पौधे रोप कर मनाया जन्मोत्सव
पं. चतुर्वेदी ने बताया कि प्रातः शिवधाम आराध्य भगवान शिव का पूजन, दीप प्रज्ज्वलन कर गुलगुले एवं मीठे भजिये का भोग लगाया गया. तत्पश्चात बेल, आम, शमी, आंवला, निम्बू के 5 पौधे रोपे.