दोनों खाद्द पदार्थ मृत कोशिकाओं को निकालने और त्वचा को ताजगी प्रदान करने में बहुत सहायता करते हैं। नींबू क्षारीय गुणों (acidic properties) वाला होता है जो त्वचा के दाग को दूर करने में मदद करते हैं। ताजा टमाटर का रस प्राकृतिक ब्लीचिंग एजेन्ट का काम करता है जो दाग को कम करने में बहुत मदद करता है।
विधि-
इसके लिए दो वाश-क्लॉथ और ताजा नींबू और टमाटर का रस अपने पास रखें। पहले जले हुए जगह को अच्छी तरह से पानी से धो लें। उसके बाद एक वाश-क्लॉथ को पानी में भिंगोकर जले हुए दाग के जगह पर कुछ घंटों तक रखें। उसके बीच इन दोनों चीजों का रस निकाल लें। फिर दूसरे वॉश क्लॉथ को नींबू के रस में भिंगोकर दाग वाले जगह पर रख दें। जगह के सूखने के बाद टमाटर के रस में वॉश-क्लॉथ को भिंगोकर उस जगह पर फिर से लगायें। चूंकी टमाटर और नींबू दोनों प्राकृतिक ब्लीचिंग एजेन्ट का काम करते हैं इसलिए त्वचा से दाग को निकालने में पूरी तरह से मदद करते हैं ।
दूसरा उपाय भी है जिसके द्वारा आप दाग से छुटकारा पा सकते है। आलंमड का तेल भी दाग को दूर करने में बहुत मदद करता है।
विधि- एक कटोरी में आलमंड ऑयल ले। दाग के ऊपर तेल से मालिश करें इससे दाग धीरे-धीरे निकलने लगेगा। आलमंड का तेल दाग को दूर करने में बहुत मदद करता है। यह बालों के लिए भी बहुत अच्छाि काम करता है।
3.मेथी का दाना
मेथी भी जलने के दाग को कम करने में बहुत मदद करता है।
विधि- रात भर ज़रूरत के अनुसार मेथी का दाना पानी में भिंगोकर रख दें।अगले दिन सुबह इसको पीसकर पेस्ट बना लें। अब दाग के जगह पर पेस्ट को लगाकर सूखने के लिए छोड़ दें। पेस्ट के सूखने के बाद पानी से धो लें। नियमित रूप से इसका इस्तेमाल करें। हल्दी में ज़रूरत के अनुसार पानी डालकर पेस्ट जैसा बना लें फिर दाग के जगह पर लगायें। क्योंकि हल्दी में एन्टीसेप्टिक का गुण होता है वह दाग को दूर करने में बहुत मदद करता है। मेथी बाल और त्वचा संबंधी अनेक समस्याओं से लड़ने में बहुत मदद करता है।
4.लैवेंडर का तेल ( Lavender essential oil)
लैवेंडर में एन्टीसेप्टिक गुण होने के साथ-साथ दर्दनिवारक का भी का करता है। यह घाव के निशान को जल्दी ठीक करने में बहुत मदद करता है। आग से जल जाने पर लैवेंडर लगाने से न सिर्फ दर्द से राहत मिलता है बल्कि घाव और घाव का निशान भी जल्दी ठीक हो जाता है। एक नरम सूती के कपड़े में लैवेंडर डालकर घाव के ऊपर कुछ घंटों तक लगाते रहने से दर्द और दाग से जल्दी राहत मिलता है।
5. भारतीय यूनानी सूती के राख (Cotton-Ash )का पेस्ट
यह पद्धति बहुत पुराना है जलने और जलने के दाग को कम करने के लिए।
विधि- कॉटन वुल या सफेद सूती का बड़ा कपड़ा लें और उसको जला लें। उस राख में ज़रूरत के अनुसार ऑलिव ऑयल डालकर पेस्ट जैसा बना लें। जले हुए जगह पर इस पेस्ट को लगाकर क्लिंग फिल्म से cling film) से ढक दें। मिनटों में जलने का दर्द तो कम हो ही जाएगा साथ ही जलने का आंतक भी कम हो जाएगा। अगर दर्द फिर से शुरू हो जाता है तो फिर से पेस्ट उस जगह में लगा दें।
6. आलू का छिलका
सालों से इस उपचार का इस्तेमाल किया जाता रहा है। इसका एन्टी-बैक्टिरीअल गुण घाव को न सिर्फ जल्दी भरने में मदद करता है बल्कि नमी भी प्रदान करता है। जब कम जला हुआ हो तब यह उपचार बहुत असरदार काम करता है।
7. जौ, हल्दी और दही का मिश्रण
यह मिश्रण भी त्वचा से दाग को निकालने और घाव को भरने में बहुत मदद करता है।
विधि- जौ (barley), हल्दी और दही समान मात्रा में ले और उनका पेस्ट बना लें। जलने के जगह पर इस पेस्ट को लगाने से दर्द से तो राहत मिलता ही है साथ ही घाव भी जल्द भरता है।
8. कलॉइडल सिल्वर-
कलॉइडल सिल्वर (Colloidal silver ) का एन्टीसेप्टिक और घाव को जल्दी भरने का गुण इसको और प्रभावकारी बनाता है। यहाँ तक कि हॉस्पिटलों में भी जलने के जगह का इलाज करने के लिए कलॉइडल सिल्वर का इस्तेमाल करते हैं।